गौरोचन की सहायता से भोजपत्र पर लिखें और फिर सदाबहार फूलों के वृक्ष के नीचे शाम के समय गाड़ दें. शरीर के अंगो पर तिल के होने का महत्त्व हे गौरी शंकरार्धांगिं! यथा त्वं शंकरप्रिया। इन्द्रजाल द्वारा पति-पत्नी के बीच अनबन को दूर करने के मंत्र ऐसे में यंत्र मे https://maximusbookmarks.com/story19489725/helping-the-others-realize-the-advantages-of-photo-se-vashikaran