इस साधना का कोई विधान नहीं है बल्कि इसे पूजा पाठ में शामिल किया जाता है. शेरों का एक समूह देवी कामाख्या की पूजा कर रहा है। विधि: इस मंत्र को किसी शुभ मुहूर्त में अपनी क्षमता अनुसार जप कर सिद्ध कर लें। इसके बाद, प्रयोग के समय शुक्रवार को https://charlesn753ryf0.glifeblog.com/34566551/considerations-to-know-about-वश-करण-म-त-र-क-स-च-ह-ए